टेस्ट क्रिकेट अपनी लंबी और रोमांचक पारियों के लिए जाना जाता है। कई बार ऐसा हुआ है जब आखिरी विकेट की साझेदारी ने मैच का पूरा रुख बदल दिया। आमतौर पर 10वां विकेट जल्दी गिर जाता है, लेकिन कुछ मौकों पर अंतिम बल्लेबाजों ने धैर्य और संघर्ष से इतिहास रच दिया। टेस्ट इतिहास में सबसे लंबी 10वें विकेट की साझेदारी का रिकॉर्ड भारत के खिलाफ बना था, जिसने क्रिकेट प्रेमियों को हैरान और भारतीय फैंस के दिलों में निराशा भर दी थी।
किसने बनाया यह रिकॉर्ड?
यह ऐतिहासिक साझेदारी 12 जुलाई 2014 को इंग्लैंड और भारत के बीच नॉटिंघम के ट्रेंट ब्रिज मैदान पर खेले गए पहले टेस्ट मैच में हुई थी।
जहाँ भारतीय गेंदबाजों के सामने विपक्षी टीम के टेल-एंडर (निचले क्रम का बल्लेबाज) चट्टान बनकर क्रिज पर डटे रहे।
इंग्लैंड के दिग्गज बल्लेबाज जो रूट (Joe Root ) और तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन (James Anderson) ने मिलकर यह कारनामा किया था। 
कैसे हुआ यह चमत्कार?
मैच की स्थिति कुछ ऐसी थी कि भारतीय टीम जीत की ओर बढ़ रही थी। इंग्लैंड की पहली पारी में, उनके 9 विकेट 298 रन पर गिर चुके थे। भारत ने पहली पारी में 457 रन बनाए थे, जिसका मतलब था कि इंग्लैंड अभी भी भारत से 159 रन पीछे था।
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भारत के पास 159 रनों की बढ़त थी और उन्हें बस आखिरी विकेट की तलाश थी।
तभी, क्रीज पर पहले से मौजूद जो रूट का साथ देने के लिए जेम्स एंडरसन 11वें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए।
भारतीय गेंदबाज, जिनमें भुवनेश्वर कुमार, इशांत शर्मा और मोहम्मद शमी शामिल थे, उन्होंने अपनी पूरी ताकत लगा दी, लेकिन रूट और एंडरसन की जोड़ी टूट ही नहीं रही थी।
आंकड़े जो कहानी बताते हैं
जो रूट ने एक छोर मजबूती से संभाले रखा और अंततः 154 रन बनाकर नॉट आउट रहे।

जेम्स एंडरसन ने भी लाजवाब प्रदर्शन किया और 81 रन बनाए, जो टेस्ट क्रिकेट में उनका सर्वोच्च स्कोर भी था।
यह साझेदारी लगभग 5 घंटे तक चली, जिसने भारतीय गेंदबाजों को बुरी तरह थका दिया और टीम इंडिया की जीत की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
दोनों ने मिलकर अपने नाम टेस्ट इतिहास में सबसे लंबी 10वें विकेट की साझेदारी का रिकॉर्ड भी बना लिया।
तोड़ा इनका रिकॉर्ड
यह ऐतिहासिक साझेदारी एश्टन एगर (Ashton Agar) और फिल ह्यूजेस (Phil Hughes) के बीच हुआ था। साल 2013 में ऑस्ट्रेलिया बनाम इंग्लैंड एशेज सीरीज के पहले टेस्ट मैच में जब ऑस्ट्रेलिया 117/9 पर संकट में था, तब सभी को लगा कि टीम 150 से पहले ही सिमट जाएगी। लेकिन इसके बाद निचले क्रम ने चमत्कार कर दिया।
रिकॉर्ड साझेदारी का आंकड़ा
साझेदारी: 163 रन
विकेट: 10वां विकेट
खिलाड़ी: एश्टन एगर और फिल ह्यूजेस
स्थान: ट्रेंट ब्रिज, नॉटिंघम
साल: 2013
सबक: टेस्ट क्रिकेट की महानता
यह रिकॉर्ड एक बार फिर साबित करता है कि क्रिकेट, खासकर टेस्ट क्रिकेट, क्यों इतना खास है। जब सब कुछ खत्म लगता है, तभी एक गैर-बल्लेबाज भी आकर एक विश्व रिकॉर्ड बना सकता है और मैच का परिणाम बदल सकता है। जो रूट और जेम्स एंडरसन की यह साझेदारी, भले ही भारत के खिलाफ बनी, लेकिन यह क्रिकेट इतिहास में दृढ़ संकल्प और टीम भावना का एक शानदार उदाहरण है। यह वो पल था जब 10वें विकेट की जोड़ी ने मिलकर एक पूरे मैच की कहानी लिख दी थी।
भारत के खिलाफ जोए रूट और जेम्स एंडरसन की 198 रनों की ऐतिहासिक साझेदारी आज भी याद की जाती है। यह साबित करती है कि क्रिकेट का खेल आखिरी गेंद तक अनिश्चितताओं से भरा होता है।
क्या आपको लगता है कि भविष्य में कोई टीम इस 198 रनों की साझेदारी के रिकॉर्ड को तोड़ पाएगी? अपने विचार नीचे कमेंट्स में साझा करें!




