हम बात कर रहे हैं 10 जून से 14 जून 2006 को सेंट लूसिया के ग्रोस इसलेट में बीज़ोसेउर स्टेडियम (Beausejour Stadium) में खेले गये इंडिया और वेस्टइंडीज के बीच खेले गए दूसरे टेस्ट मैच की।
इस मैच की शुरुआत में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी चुनी, जो एक आक्रामक निर्णय माना गया।
पिच बल्लेबाज़ों के अनुकूल लग रही थी, और पहले दिन भारत को सुखद शुरुआत मिली।
लेकिन जैसे जैसे दिन बीते, धीरे-धीरे पिच ने थोड़ा घूमने और स्लो स्पिनर को सहायता देने लगी।
भारत का विशाल स्कोर
मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 588/8 declared कर एक बहुत बड़ी पारी की नींव रखी।
वेस्ट इंडीज की संघर्ष भरी पारी
पहली पारी में वेस्ट इंडीज को 215 रनों पर ऑल आउट कर दिया गया।
किसी भी टीम के लिए पहली पारी में इतना बड़ा अंतर होने के बाद वापसी करना आसान नहीं होता।
इंडिया और वेस्टइंडीज के बीच इस मुकाबले में वेस्ट इंडीज ने जोरदार जुझारूपन दिखाया।
दूसरी पारी में वापसी एवं संघर्ष
वेस्ट इंडीज ने अपनी दूसरी पारी में 294/7 बनाकर मुकाबला ड्रॉ करा दिया।
इस पारी में ब्रायन लारा का योगदान सबसे अहम था, उन्होंने 307 गेंदों पर 120 रनों की संघर्षपूर्ण पारी खेली,

लारा ने इस पारी को में दीवार की तरह खड़े रहे और भारत की जीत की आशाओं को खत्म कर दिया।
इसके अलावा शिवनारायण चंदरपाल ने 54 रन बनाए।
भारत की ओर से अनिल कुंबले ने 3 विकेट लिए और मुनेफ पटेल ने 2 विकेट झटके।
भारत ने मैच में दबाव बनाए रखा था लेकिन वेस्ट इंडीज की दूसरे पारी ने उन्हें जीतने से रोक दिया।
विरेंदर सहवाग की बल्लेबाजी

क्रिकेट जगत में जब आक्रामक बल्लेबाज़ी की बात होती है, तो विरेंदर सहवाग का नाम सबसे पहले आता है।
टेस्ट क्रिकेट जैसे धैर्यपूर्ण प्रारूप में भी उन्होंने अपनी आक्रामक शैली से एक अलग पहचान बनाई।
इस मुकाबले में वीरेंद्र सहवाग ने 180 रन बनाए। उन्होंने मात्र 190 गेंदों में ये रन बनाए, जिसमें 20 चौके और 2 छक्के शामिल थे।
ये आंकड़े अपने आप में दर्शाते हैं कि यह पारी कितनी तेज़तर्रार और प्रभावशाली थी। सहवाग की इस पारी ने वेस्ट इंडीज़ के गेंदबाज़ों पर शुरुआत से ही दबाव बना दिया।
इस पारी की अहमियत इसलिए भी बढ़ जाती है क्योंकि यह पारी विदेशी ज़मीन पर आई थी।
सहवाग ने नई गेंद के सामने आक्रामक रवैया अपनाकर भारतीय पारी को तेज़ गति से आगे बढ़ाया।उ
उनकी बल्लेबाज़ी ने टीम को एक मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया, जिससे भारत को मैच में पकड़ बनाने में मदद मिली।
द्रविड़ और कैफ ने भी खेली शानदार पारी
मोहम्मद कैफ ने नाबाद 148 रन बनाकर भारत की पारी को मजबूती देने में अहम भूमिका निभाई।
राहुल द्रविड़ ने भी 146 रनों की महत्वपूर्ण पारी खेली।


